क्या करे जब मन हो जाये हताश
261 261 admin

क्या करे जब मन हो जाये हताश एक बार किसी ने मुझसे पूछा- कि जब चारों ओर घोर अंधेरा हो, कोई मार्ग न सूझता हो तो क्या करें? जब सब…

कैसे सीखे टूटकर भी टनाटन रहने की कला?
261 261 admin

कैसे सीखे टूटकर भी टनाटन रहने की कला? बारिश का मौसम और तेज बारिश के कारण नदी नालों में तेज तूफान है और कई जगह इस तूफान के परिणाम स्वरुप…

ढंग से जीवन जीने का कला
261 261 admin

ढंग से जीवन जीने का कला एक दिन एक बच्चा शर्ट पहन कर निकला और नीचे की बटन को ऊपर की काज में लगा लिया, आप समझ सकते हैं नीचे…

डमरू बजाओ डर भगाओ
261 261 admin

डमरू बजाओ डर भगाओ आज जब अभी ऊपर बैठा था, पंडित सुदर्शन जी ने कहा था, महाराज! आज ‘ड’ पर हैं, वो थोड़े घबराए हुए थे कि महाराज आज ‘ड’…

ठोकर से ठाकुर बनने की कला
261 261 admin

   ठोकर से ठाकुर बनने की कला हम जब कभी भी सड़क पर चलते हैं, देख कर चलते हैं, पर कभी-कभी थोड़ी सी चूक लगने पर ठोकर लग जाती हैं।…

धैर्य रखने की कला
261 261 admin

धैर्य रखने की कला बच्चा भूखा था और भूख के मारे व्याकुल हो रहा था। बार-बार माँ से कहता कि कुछ खिला, कुछ खिला, कुछ खिला। माँ कहती, बेटा! थोड़ा…

अच्छी सोच के धनी बनिये
261 261 admin

अच्छी सोच के धनी बनिये एक व्यक्ति समुद्र के किनारे पर गया, समुद्र को देखकर उसने कहा कि सागर तुम विशाल हो, तुम्हारे अंदर अपार रत्नराशि है लेकिन तुम्हारा पानी…

कीमती जीवन का सदुपयोग कैसे करें?
261 261 admin

कीमती जीवन का सदुपयोग कैसे करें? चार बातें: बाकी क्या? बचा क्या? बदला क्या? बदलना क्या? एक सेठ अपने जीवन की उपलब्धियों को गिन रहा था। सोच रहा था- मैंने…

भाव ही हमें चढ़ाते हैं, भाव ही गिराते हैं
261 261 admin

भाव ही हमें चढ़ाते हैं, भाव ही गिराते हैं पुत्र पिता के पास प्रसन्नचित होकर आया और पिता से कहा- पिताजी आज हमने एक बड़ा सौदा किया है, भारी मात्रा…

मातृत्व रखे, ममत्व नहीं!
261 261 admin

मातृत्व रखे, ममत्व नहीं! अभी बात माँ की, की गई। हम सबके जीवन का सबसे पहला रिश्ता माँ से जुड़ता है। बाकी सारे रिश्ते जन्म लेने के बाद से होते…

थकने से पहले थमो और थामो
261 261 admin

थकने से पहले थमो और थामो एक व्यक्ति तेज रफ्तार में अपनी गाड़ी चलाते हुए आगे जा रहा था। रास्ते में गांव के युवक ने गाड़ी रोकने के लिए हाथ…

तनावमुक्त जिंदगी जीने के मूल मंत्र
261 261 admin

तनावमुक्त जिंदगी जीने के मूल मंत्र एक बार एक युवक ने पूछा- कि महाराज! जब चारों ओर घोर अंधेरा हो, कुछ भी ना सुझे तब क्या करें? जब सब तरफ…