अरिहंतों को वीतरागी क्यों कहते हैं? शंका अरहंत भगवान के चार कर्म शेष रहते हैं, फिर भी उनको वीतरागी क्यों कहा गया है? समाधान क्योंकि उनका राग खत्म हो गया…
श्रावक के षट-आवश्यक कर्मों में गुरु उपासना और तप का नित्य पालन कैसे करें? शंका श्रावक के षट आवश्यक कर्मों में से देव पूजा, स्वाध्याय, संयम और दान- इनका पालन…
आर्यिका और देश व्रती श्रावक को उपचार से महाव्रती क्यों कहा गया? शंका आचार्य भगवन कुंद-कुंद स्वामी ने ‘आर्यिका’ को उपचार से महाव्रती कहा और आचार्य श्री समन्तभद्र स्वामी ने…
क्या सिद्धान्त ग्रंथों का स्वाध्याय रात्रि 11 बजे के बाद भी कर सकते हैं? शंका सिद्धान्त ग्रंथों का स्वाध्याय अकाल यानि अष्टमी, चौदस, पूर्णिमा और अमावस्या में नहीं किया जाता।…