शंका
असाता वेदनीय कर्म क्या है? इसका उदय कैसे आता हैं?इसके निवारण के उपाय क्या हैं?
समाधान
असाता वेदनीय कर्म का उदय, बुरे कर्म करने वाले को होता है। जो अशुभ कर्म का बन्ध करते हैं, उनको इस कर्म का उदय आता है। जिन पूजा और पात्र दान से अन्तराय और इस कर्म का नाश होता है। जब इस कर्म का उदय आता है तब आपका मन विचलित न हो। कर्म का उदय मान करके, उस समय अपने भेद विज्ञान का चिन्तन करो, आत्मा के स्वरूप का स्मरण करो, कितनी भी तीव्रता से उदय आए आपके मन में व्याकुलता नहीं हो पाए।
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