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📯 भावना योग – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विशेष 📯
📯 भोपाल, म.प्र. 📯
📯 दि. 21 जून 2025 📯
परम पूज्य मुनिश्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज के सानिध्य में
अवधपुरी भोपाल, म.प्र. में 21 जून 2025 को
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष
🚩 भावना योग किया गया 🚩
श्री विद्याप्रमाण गुरुकुलम् में विश्व योग दिवस पर “भावना योग” का भव्य आयोजन
महामण्डलेश्वर अनिलानन्द जी और हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति, मुनिश्री के प्रवचन ने हृदयों को छुआ
भोपाल, 21 जून।
विश्व योग दिवस के पावन अवसर पर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित अवधपुरी क्षेत्र के श्री विद्याप्रमाण गुरुकुलम् परिसर में “भावना योग” साधना का एक विशाल व ऐतिहासिक आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर हजारों साधकों एवं श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की गरिमा उस समय और बढ़ गई जब महामण्डलेश्वर अनिलानन्द जी स्वयं साधना में सम्मिलित होने गुरुकुलम् पहुँचे। उन्होंने कहा, “आज योग भारतीय संस्कृति का अमूल्य रत्न बनकर संपूर्ण विश्व को मार्ग दिखा रहा है। भावना योग इसकी आत्मा है, जो व्यक्ति के आंतरिक शुद्धिकरण और आत्मिक उत्थान की राह दिखाता है।”
मुनिश्री प्रमाणसागर जी के प्रभावशाली उद्बोधन ने साधकों को भावविभोर किया।
अपने प्रेरक प्रवचन में मुनिश्री ने कहा:
“आज दुनिया को योग की जरूरत है, लेकिन केवल शरीर की कसरत वाला योग नहीं – आत्मा के स्पर्श वाला योग चाहिए। भावना योग हमें केवल तन से नहीं, मन और आत्मा से जोड़ता है। यह अंतरात्मा की ओर लौटने की यात्रा है। भावना योग जीवन में आत्मिक अनुशासन, संयम, समर्पण और संतुलन लाता है।
हमने यह आयोजन केवल एक परंपरा के निर्वाह के लिए नहीं किया है, बल्कि यह प्रयास है आत्मचेतना को जागृत करने का। हमारी संस्कृति की यह मौलिक साधना अब विश्वपटल पर नई चेतना भर रही है।”
कार्यक्रम में भावना योग के विशेष चरणों का अभ्यास भी कराया गया, जिसमें ऊर्जा आह्वान, संकल्प ध्यान, आत्मस्वीकृति और प्रार्थना साधना प्रमुख थीं। उपस्थित लोगों ने एकस्वर में “मंगल भावना” का सामूहिक गायन किया जिससे समूचा परिसर आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो गया।
कार्यक्रम में शहर के अनेक योगाचार्य, साधकगण, संतगण, विद्यार्थियों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की भागीदारी रही। आयोजन के पश्चात सामूहिक मंगल भावना व आशीर्वचन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
श्री विद्याप्रमाण गुरुकुलम् के इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि योग केवल देह की साधना नहीं, बल्कि अंतःकरण की आराधना है – और भावना योग इसका सजीव स्वरूप है।
रिपोर्ट: प्रामाणिक वार्ता प्रतिनिधि
📍 स्थान: अवधपूरी, भोपाल
📅 तिथि: 21 जून 2025 (विश्व योग दिवस)
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➡ 🧘🏻♂भावना योग🧘🏻♂ ⬅
तन को स्वस्थ – मन को मस्त – आत्मा को पवित्र
बनाने का अभिनव प्रयोग
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