बच्चों को भटकने से कैसे रोकें
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बच्चों को भटकने से कैसे रोकें How to stop children from misleading? जब तक बच्चे घर में माता पिता के साथ रहते हैं, नियंत्रण रहता है। घर से दूर पढ़ाई, नौकरी आदि पर जाएं तो उनका भटकाव रोकें? ताकि वे किसी बुरी लत का शिकार न हो जाये, जिस लक्ष्य प्राप्ति के लिए गये हैं…

शांतिधारा की महिमा
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शांतिधारा की महिमा Glory of Shanti-Dhaara शांतिधारा क्यों की जाती है? सामान्य अभिषेक की अपेक्षा इसका क्या महत्व है? कैसे करें तथा इससे अपने जीवन में शांति कैसे लाएं जाने शंका समाधान मुनि श्री प्रमाणसागर जी के श्रीमुख से। Share

संयुक्त परिवार में प्रेम कैसे रखें
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संयुक्त परिवार में प्रेम कैसे रखें How to keep harmony in Joint family? शास्त्र कहते हैं कि जो घर संयुक्त परिवार का पोषक नहीं है उसकी शांति और समृद्धि सिर्फ एक भ्रम है, आज के बदलते सामाजिक परिदृश्य में संयुक्त परिवार तेजी से टूट रहे हैं और उनकी जगह एकल परिवार लेते जा रहे हैं,…

माँ-बाप, सास-ससुर एक समान
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माँ-बाप, सास-ससुर एक समान Self and in-law parents are equal माता पिता और जीवनसाथी के माता पिता को समान दृष्टि से देखें। दोनों को यथोचित सम्मान दें। मुनि श्री प्रमाणसागर जी बता रहे है इस वीडियो में घर को स्वर्ग बनाने का रास्ता। Share

जीवन का लक्ष्य क्या?
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जीवन का लक्ष्य क्या? Aim of Life मनुष्य जीवन का लक्ष्य क्या है? वह इसी जन्म में सृष्टि का मालिक अथवा जगतजीत बनने का पुरुषार्थ कर सकता है I परन्तु आज मनुष्य को जीवन का लक्ष्य मालूम न होने के कारण वह सर्वोत्तम पुरुषार्थ करने की बजाय इसे विषय-विकारो में गँवा रहा है। जाने मुनि…

गुणायतन क्या और क्यों?
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गुणायतन क्या और क्यों? What is Gunayatan and it’s significance? “जैन दर्शन में आत्मशक्तियों के विकास अथवा आत्मा से परमात्मा बनने की शिखर यात्रा के क्रमिक सोपानों को चौदह गुणस्थानों द्वारा बहुत सुंदर ढंग से विवेचित किया गया है. जैन दर्शन में जीव के आवेगों-संवेगों और मन-वचन-काय की प्रवत्तियों के निमित्त से अन्तरंग भावों में…

लोभ सबसे बड़ा पाप क्यों?
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लोभ सबसे बड़ा पाप क्यों? Greed- the biggest sin लोभ ही मनुष्य को सद्मार्ग से भटका देता है और यह पाप का सबसे बड़ा कारण है और शास्त्रो मे लोभ को संसार में सबसे बड़ा पाप कहा गया है। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा लोभ सबसे बड़ा पाप क्यों?” Share

सफल मनुष्य और जागरुक नागरिक कैसे बनें?
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सफल मनुष्य और जागरुक नागरिक कैसे बनें? How to become a successful person and a vigilant citizen? नागरिक वही व्यक्ति होते हैं, जो एक देश के किसी गाँव या शहर में एक निवासी के रुप में रहते हैं। हम सभी अपने देश के नागरिक है और अपने गाँव, शहर, समाज, राज्य और देश के लिए…

बेटियाँ कैसे करें अपने माता-पिता की सेवा?
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बेटियाँ कैसे करें अपने माता-पिता की सेवा? How should the girls serve their parents? माता – पिता की सेवा एक नैतिक कर्तव्य है। माता – पिता की सेवा भगवान की सेवा के बराबर है। पर एक लड़की जिसे पराया माना जाता है वह कैसे करे अपने माता पिता की सेवा? सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर…

अपने भाग्य को कैसे बदलें?
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अपने भाग्य को कैसे बदलें? How to change our luck? हमारे साथ जो भी अच्छा या बुरा घटित होता है। प्रायः हम उसे प्रारब्ध या नसीब कहते हैं।कई बार हम देखते हैं कि कोई बहुत दान-धर्म करता है, भगवान को पूजता है, फिर भी उसे कई दुःख भोगने पड़ते हैं । सुनिए मुनि श्री प्रमाण…

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