उत्तम ब्रह्मचर्य(Supreme Celibacy)

ब्रह्मचर्य के अर्थ : *ब्रह्म का अर्थ होता है -आत्मा। आत्मा की उपलब्धि के लिए किया जाने वाला आचरण ब्रह्मचर्य कहलाता है। मतलब, जो अपनी आत्मा के जितना नजदीक है…

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उत्तम त्याग धर्म (Supreme Renunciation)

*जोड़ना संग्रह है और जोड़कर उससे चिपक जाना परिग्रह है। *धन का संग्रह करना भी समाज के कल्याण के लिए बाँध का निर्माण करने के समान है। इसलिए धन का…

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उत्तम तप(Supreme Austerity)

उत्तम तप क्या है? *आसक्ति से विरक्ति, अशांति से शांति की ओर प्रस्थान का नाम ही उत्तम तप है। *तपस्या उसे कहते हैं जिससे कर्म की निर्जरा हो। इसलिए तपस्या…

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उत्तम संयम धर्म(Supreme Restraint)

खुद को गलत कार्यों से बचाते हुए अच्छे कार्यों की तरफ ले जाना ही उत्तम संयम है। हम संयम क्यों करें? मानसिक संयम- आवश्यकता से अधिक देखना, सुनना, व्यस्तता हमारे…

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उत्तम शौच धर्म(Supreme Purity)

उत्तम शौच से अभिप्राय :- उत्तम शौच का अर्थ है पवित्रता। आचरण में नम्रता, विचारों में निर्मलता लाना ही शौच धर्म है। बाहर की पवित्रता का ध्यान तो हर कोई…

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