उत्तम ब्रह्मचर्य आज बात ‘ब्रह्मचर्य धर्म’ की हैं। ब्रह्मचर्य जो हमारी साधना का मूल हैं, सभी साधनाओं में ब्रह्मचर्य को सबसे प्रमुख स्थान दिया गया हैं। एक तरफ ब्रह्मचर्य हैं…
ब्रह्मचर्य के अर्थ : *ब्रह्म का अर्थ होता है -आत्मा। आत्मा की उपलब्धि के लिए किया जाने वाला आचरण ब्रह्मचर्य कहलाता है। मतलब, जो अपनी आत्मा के जितना नजदीक है…