Jainism

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वाचना, प्रक्षा, अनुप्रेक्षा, आम्नाय, धर्मोपदेश का अर्थ!

वाचना, प्रक्षा, अनुप्रेक्षा, आम्नाय, धर्मोपदेश का अर्थ! शंका वाचना, प्रक्षा, अनुप्रेक्षा, आम्नाय, धर्मोपदेश का अर्थ! समाधान ग्रन्थ को अर्थ सहित पढ़ना, वाचना है। न समझ में आए उसे पूछना, प्रक्षा…

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दशलक्षण धर्मों के पहले ‘उत्तम’ क्यों लगाया जाता है?

दशलक्षण धर्मों के पहले ‘उत्तम’ क्यों लगाया जाता है? शंका दशलक्षण धर्मों के पहले ‘उत्तम’ क्यों लगाया जाता है? समाधान उत्तम शब्द सम्यक् दर्शन के साथ इन गुणों को प्राप्त…

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घर में यंत्रों का रख रखाव कैसे करें?

घर में यंत्रों का रख रखाव कैसे करें? शंका घर में यंत्रों का रख रखाव कैसे करें? समाधान ज़रूरत से ज्यादा यन्त्र घर में न रखें। एक बार मैं कोलकाता…

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जब हम कर्मों का फल यहीं भोगते हैं तो फिर स्वर्ग-नरक क्यों हैं?

जब हम कर्मों का फल यहीं भोगते हैं तो फिर स्वर्ग-नरक क्यों हैं? शंका जब हम कर्मों का फल यहीं भोगते हैं तो फिर स्वर्ग-नरक क्यों हैं? समाधान हम लोग…

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व्रत, नियम एवं संयम में क्या अन्तर है?

व्रत, नियम एवं संयम में क्या अन्तर है? शंका व्रत, नियम एवं संयम में क्या अन्तर है? समाधान व्रत, नियम और संयम तीनों अलग-अलग शब्द हैं और तीनों के अलग-अलग…

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