राजा श्रेणिक को तीर्थंकर पदवी क्यों मिलेगी? शंका राजा श्रेणिक ने अपने लड़के के द्वारा छल से रानी चेलना से शादी की एवं मरा हुआ साँप (सर्प) मुनिराज के गले…
तीर्थंकर को बालयति क्यों कहते हैं? शंका तीर्थंकर, जो बाल ब्रह्मचारी हैं, उन्हें बालयति क्यों कहते हैं, जबकि यति का अर्थ तो मुनि होता है। समाधान ब्रह्मचारी कहो, बाल मुनि…
विधानों में पंचकल्याणक के अर्घ क्यों नहीं होते? शंका हम चौबीस तीर्थंकर भगवान की पूजा करते है, उसमें पंचकल्याणक के अर्घ्य होते हैं। मगर शांति विधान करें या आदिनाथ विधान…
यात्रा करते समय तत्वार्थ सूत्र पढ़ें या नही? शंका ट्रेन में सफर करते हैं तो क्या उस समय ‘तत्वार्थसूत्र’ पढ़ना चाहिए? समाधान पाठ पढ़ने में बुराई नहीं है, पर तत्वार्थसूत्र…
समवसरण में अन्य केवली कहाँ विराजते हैं? शंका महाराजश्री समवसरण की रचना केवली भगवान के लिए होती है। लेकिन उस समवसरण में अन्य भगवान भी विराजमान रहते हैं। समवसरण में,…