पानी कैसे छाने?
https://www.munipramansagar.net/wp-content/themes/munipramansagar/images/empty/thumbnail.jpg 150 150 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=gपानी कैसे छाने? How to purify water?
पानी कैसे छाने? How to purify water?
जय जिनेन्द्र क्या है? What is Jai Jinendra? जय जिनेन्द्र! एक प्रख्यात अभिवादन है। यह मुख्य रूप से जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा प्रयोग किया जाता है।जय जिनेंद्र का महत्व ! हम सभी रोजाना कई बार जय जिनेन्द्र कहते है l क्या आप जानते है की जय जिनेन्द्र के क्या मतलब है ओर इसका क्या…
णमोकार मंत्र की विशेषताएँ Attributes of Navkar Mantra इस मंत्र की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें किसी विशेष व्यकित या देवी-देवता को नमस्कार नहीं किया है। जिन्होंने तप-ध्यान करके अपनी आत्मा का कल्याण किया है और परमेष्ठी पद प्राप्त किया है अथवा इस हेतु प्रयासरत रहे हैं अथवा प्रयासरत हैं, ऐसे सभी महापुरूषों…
क्या मैं सम्यकदृष्टि हूँ? Am I Samyakdristi?
मोह नही अनुराग रखें Keep affection not obsession
जैन धर्म क्या है? What is Jainism जैन धर्म भारत के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है। ‘जैन धर्म’ का अर्थ है – ‘जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म’। जो ‘जिन’ के अनुयायी हों उन्हें ‘जैन’ कहते हैं। ‘जिन’ शब्द बना है ‘जि’ धातु से। ‘जि’ माने – जीतना। ‘जिन’ माने जीतने वाला। जिन्होंने अपने मन…
तीर्थंकरों का वर्ण अलग-अलग क्यों? Difference in color of Tirthankars. जैन धर्म में अलग अलग तीर्थंकरों के शरीर का रंग भी अलग अलग बताया गया है , सभी तीर्थंकरों मैं गुण एक सामान होते हैं फिर उनका वर्ण अलग अलग क्यों? इसके पीछे क्या कारण है – सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर जी के विचार
छोटे-छोटे नियम-त्याग लें Follow simple restraints मनुष्य कितने भी त्याग कर लें, लेकिन उसे नियम बिना करें तो उस त्याग का फल पूरा नहीं मिलता है। छोटे से छोटा नियम भी अपनाना जरूरी है। छोटे छोटे नियम से जीवन में बहुत बदलाब आता है सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर जी के विचार
आहार दान की शुद्धियों का अर्थ Sanctities for Ahaar Dan
व्यस्त जीवन में दसलक्षण पर्व कैसे मनायें? Observing daslakshan while busy?