Posts By :

admin

150 150 admin

गोत्र और अन्तराय कर्म क्या हैं और कैसे बँधते हैं

जैन तत्त्वविद्या | गोत्र और अन्तराय कर्म क्या हैं और कैसे बँधते हैं Share

read more
150 150 admin

आयु कर्म क्या है और कितने प्रकार का है

जैन तत्त्वविद्या | आयु कर्म क्या है और कितने प्रकार का है Share

read more
150 150 admin

केवल ज्ञान क्या है एवं एक जीव को एक साथ कितने प्रकार के ज्ञान हो सकते हैं?

जैन तत्त्वविद्या | केवल ज्ञान क्या है एवं एक जीव को एक साथ कितने प्रकार के ज्ञान हो सकते हैं? Share

read more
150 150 admin

केवल ज्ञान (घातिया कर्मों के क्षय होने पर) होने पर १० अतिशय

जैन तत्त्वविद्या | केवल ज्ञान (घातिया कर्मों के क्षय होने पर) होने पर १० अतिशय Share

read more
150 150 admin

अवसर्पिणी और हुण्डा अवसर्पिणी काल क्या?

जैन तत्त्वविद्या | अवसर्पिणी और हुण्डा अवसर्पिणी काल क्या? Share

read more