सम्यक दर्शन के प्रभावना और वात्सल्य अंग क्या हैं?
150 150 admin

सम्यक दर्शन के प्रभावना और वात्सल्य अंग क्या हैं? What is Prabhavana and Vaatsalya in Samayak Darshan? “दुर्भिनिवेश रहित पदार्थों का श्रध्दान अथवा स्वात्म प्रत्यक्षपूर्वक स्व-पर भेद का कर्तव्य – अकर्तव्य का विवेक सम्यक दर्शन कहा जाता है। सम्यक दर्शन के ८ अंग होते हैं। इनमें से यदि एक भी अंग नहीं हो तो वह…

जीवन का लक्ष्य क्या होना चाहिए?
150 150 admin

जीवन का लक्ष्य क्या होना चाहिए? What should be our target in life? “जब किसी व्यक्ति का कोई उद्देश्य ही नहीं होता है तो उसका जीवन उसको कहीं पर भी नहीं ले जाता है।इसलिए मानव जीवन में एक लक्ष्य होना जरुरी है क्यूंकि उसी के अनुरूप अपना जीवन व्यापन किया जाता है।सुनिए मुनि श्री प्रमाण…

धार्मिक पाठशाला की आवश्यकता क्यों?
150 150 admin

धार्मिक पाठशाला की आवश्यकता क्यों? Importance of religious classes in life व्यक्ति के जीवन में जितनी जरूरत व्यावहारिक शिक्षण की होती है, उससे कई गुणा अधिक आवश्यकता संस्कारों के बीजारोपण करने वाली जैन धार्मिक शिक्षा की है, जो शिक्षा हमें धार्मिक पाठशाला के माध्यम से प्राप्त होती है। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा धार्मिक…

प्रतिस्पर्धा के युग में आगे कैसे बढ़ें?
150 150 admin

प्रतिस्पर्धा के युग में आगे कैसे बढ़ें? How to excel in this competitive environment? “आज के समय में प्रतिस्पर्धा की दौड़ है। यहाँ हर कोई हर किसी से आगे निकलना चाहता है।समय ऐसा है के जो कोई प्रयास ही नहीं करेगा वो पीछे रह जाएग । सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा प्रतिस्पर्धा के युग…

अलार्म की उपयोगिता
150 150 admin

अलार्म की उपयोगिता Significance of alarm हमारे जीवन में घड़ी का बहुत प्रमुख स्थान है ।घड़ी के द्वारा हम दिन में समय की जानकारी रखते हैं।सारे देशों के सब लोग हर दिन अपने अपने कम समय के अनुसार करते हैं। घड़ी बोलती है की  समय चलता ही रहता है।किसिके लिए रुकता नहीं।अपना काम एकदम सम्पूर्ण तरीके से,बिना…

घटनाओं से स्वयं को प्रभावित होने से कैसे बचायें?
150 150 admin

घटनाओं से स्वयं को प्रभावित होने से कैसे बचायें? How to remain unaffected by events around us? जब कभी भी कोई घटना घटित होती है चाहे वो आपके अस पास हो या कहीं और पर वो एक छाप छोड़ जाती है। कोई भी घटना सिर्फ मन पर ही नहीं अपितु मानसिक रूप से भी व्यक्ति…

सफल बनने के लिए अच्छी संगति रखें
150 150 admin

सफल बनने के लिए अच्छी संगति रखें Want success – Keep good company! जैसा वातावरण मिलेगा वह बीज रूप से वृक्ष बनने लगेंगे। उसी प्रकार जैसी संगति होगी वैसा ही चिंतन, स्वभाव और सोच का प्रारंभ हो जाएगा। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा सफल बनने के लिए अच्छी संगति रखें। Share

सहनशील कैसे बनें?
150 150 admin

सहनशील कैसे बनें? Ways to become patient सहनशीलता एक ऐसा सत्य है, जिससे प्राय: सभी लोगों को अपने जीवनकाल में रू-ब-रू होना पड़ता है। सहनशील होना एक गुण है, जिससे जीवन का वास्तविक विकास होता है। आज हमारे जीवन में दुख और तनाव हावी हैं। इसका परिणाम यह है कि हम थोड़े से कष्टों से…

नकारात्मक भाव से कैसे बचें?
150 150 admin

नकारात्मक भाव से कैसे बचें? How to avoid negative emotions? सकारात्मक सोच जीवन में रंग भरता है, वहीं नकारात्मक सोच जीवन में निराशा उत्पन्न करता है। क्या आपने कभी सोचा कि मन में सबसे अधिक नकारात्मक सोच क्यों आता है। थिंकिंग रिसर्च में भी यही प्रमाणित हुआ है कि हमारे कार्य नकारात्मक ऊर्जा से प्रेरित…

माथे पर सिन्दूर और पैरों में बिछिया क्यों?
150 150 admin

माथे पर सिन्दूर और पैरों में बिछिया क्यों? Importance of Vermilion and Toe-Ring मांग में सिंदूर, माथे पर बिंदी और पैरों में बिछिया पहनना सोलह श्रंगार का ही हिस्सा है। हिंदू रीति रिवाजों में शादीशुदा महिलाओं के लिए ये सब जरूरी माना गया है। ज्यादातर लोग इसे सिर्फ महिलाओं के सौंदर्य बढ़ाने का साधन मानते…

Share