क्यों डरें पाप करने से?
क्यों डरें पाप करने से? एक व्यक्ति ने अपने घर के आंगन में बबूल का पेड़ बोया, रात-दिन वह उसे सींचता, खाद-पानी देता, चौबीस घंटे उसमें रमा रहता। उसकी इस…
read moreक्यों डरें पाप करने से? एक व्यक्ति ने अपने घर के आंगन में बबूल का पेड़ बोया, रात-दिन वह उसे सींचता, खाद-पानी देता, चौबीस घंटे उसमें रमा रहता। उसकी इस…
read moreडमरू बजाओ डर भगाओ आज जब अभी ऊपर बैठा था, पंडित सुदर्शन जी ने कहा था, महाराज! आज ‘ड’ पर हैं, वो थोड़े घबराए हुए थे कि महाराज आज ‘ड’…
read moreठोकर से ठाकुर बनने की कला हम जब कभी भी सड़क पर चलते हैं, देख कर चलते हैं, पर कभी-कभी थोड़ी सी चूक लगने पर ठोकर लग जाती हैं।…
read moreझगड़े का समाजशास्त्र दो मित्र आपस में बात कर रहे थे। एक व्यवसायी था और दूसरा साहित्यकार। व्यवसायिक मित्र ने साहित्यकार मित्र से पूछा कि लोग झगड़ा क्यों करते है?…
read moreकैसा हो हमारे सपनों का घर? एक पिता ने अपने दोनों पुत्रों के मध्य उत्तराधिकारी चुनने के ख्याल से दोनों को बुलाया और 10-10 हजार रुपये दिये और कहा कि…
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