शंका
सम्मेद शिखर के दर्शन बारंबार करने की इच्छा क्यों होती है?
समाधान
तुम पुण्यवान और भव्य जीव हो इसलिए शिखरजी बार-बार आने की इच्छा होती है। अभव्य जीवों को बार-बार शिखर जी आने की इच्छा नहीं होती है। बहुत सी ऐसी विशिष्ट आत्मा हैं, जिनको शिखर जी आने के बाद पहाड़ पर वन्दना करने की इच्छा नहीं होती है। तुम्हारा भव बहुत कम बचा है ऐसा मानकर के चलना। मैं तो ये मानता हूँ कि यही वह क्षेत्र है जहाँ व्यक्ति को बार-बार आने की इच्छा होती है। इच्छा हो रही है, तो तुम्हारी भवितव्यता बहुत अच्छी है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि तुम्हारी ऐसी ही इच्छा बनी रहे।
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