धर्म किसने बनाया है? एक धर्म क्यों नहीं है, इतने सारे धर्म क्यों हैं?
धर्म को किसी ने बनाया नहीं है, धर्म हमारी आत्मा का स्वभाव है। धर्म एक ही है, धर्म को मानने वाले लोग अलग-अलग है।
धर्म क्या है? धर्म है- हमारी आत्मा का स्वभाव। जिसका नाम है- समता। ये समता- जिसमें राग नहीं, द्वेष नहीं, मोह नहीं- उस भाव का नाम धर्म है। वो धर्म एक ही है, अब उसको प्राप्त करने का जो रास्ता लोग अपनाते हैं वह सब अपने-अपने हिसाब से अपनाते है। तो धर्म को मानने वाले लोग अलग-अलग हो गए इसलिए उन्होंने धर्म को अलग-अलग बना दिया। धर्म एक ही है और हमें मुक्ति तभी मिलेगी जब हम राग-द्वेष से मुक्त होंगे तो हमें यह देखना चाहिए कि किस रास्ते पर चलकर हम राग, द्वेष, मोह से मुक्त हो सकते हैं? जिस रास्ते पर चलकर राग, द्वेष, मोह से मुक्त हुआ जाता है उसे ही अपना धर्म मानकर स्वीकार कर लेना चाहिए।
धर्म Godmade है या Humanmade?
https://www.amreetaraj.co.in/2022/06/godmade-humanmade.html