अपनों से बड़ों को धर्म के मार्ग पर लाने के लिए क्या करें?

150 150 admin
शंका

अपनों से बड़ों को धर्म के मार्ग पर लाने के लिए क्या करें?

समाधान

भावना रखिए, आग्रह मत रखिए। कोई व्यक्ति अच्छा करे, यह हमारा भाव होना चाहिए। वह अच्छा बने, ऐसी हमारी भावना होनी चाहिए, पर उसे अच्छा करना ही चाहिए यह आग्रह नहीं होना चाहिए। यह आकुलता का कारण है, इससे बचिए। परिपक्व (mature) व्यक्ति को ज्यादा सीख नहीं देना। बच्चे को समझाया जा सकता है, बड़ों को नहीं। 

दूसरी बात एक नीति है “सीख ताहि को दीजिए जाको सीख सुहाए।” जो आपकी बात सुनने को तैयार है, आप उनको बोलिए। जो सुनने को तैयार नहीं, उनको बोलिए भी मत। कदाचित वह सुनता है, फिर भी पूरी तरह आपकी बात का अनुकरण नहीं कर पाता। आप उसको उसके हाल पर छोड़ दीजिए। अन्यथा उसका जो होगा सो होगा, आपका तो बुरा हो ही जाएगा। समझदार होंगे तो तुम्हारी व्यथा को खुद समझ जाएँगे। 

मैं उस पिता से कहना चाहता हूँ-अपनी बेटी की वेदना और व्यथा को समझो और उसकी भावना को भी समझो। बहुत कम लोग होते हैं, जो अपने बड़ों का उद्धार करना चाहते हैं। तो उसे समझो और अपने जीवन को सही दिशा दो।

Share

Leave a Reply