रथावर्तन यात्री की चर्या कैसी हो?

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शंका

रथावर्तन यात्री की चर्या कैसी हो, रात्रि विश्राम कब हो और आपसी व्यवहार-वार्तालाप कैसा हो जिससे सारा कार्यक्रम धर्म के अनुरूप हो सके, कृपया बतायें?

समाधान

आप लोग अभी रथावर्तन के लिए निकले हो, ऐसी मानसिकता बना करके चलो कि “मैं सातिशय पुण्य के बन्ध के लिए निकला हुआ हूँ। ये मेरे सातिशय पुण्य की घड़ी है और मुझे अधिक से अधिक जोड़ना है। कोशिश करें कि दिन भर आपका मन धर्म ध्यान में लगे, प्रभु भक्ति में लगे और संक्लेश मन में हावी न हो, शुभ में ही रहे। 

आप लोगों को अपनी दिनचर्या बहुत व्यवस्थित रखनी है। अभी रात्रि से ही मैं शुरू कर देता हूँ। यहाँ शंका समाधान बाद आज जो लोग वापस जाएँगे वे सुबह समय पर आ जाएँगे और जो यहाँ रहेंगे उनको इसी स्थल पर आधा घंटा सामूहिक जाप करना है। यहाँ देव-शास्त्र-गुरु तीनों विराजमान हैं, आधा घंटा सामूहिक जाप होगी और उसके बाद आधा घंटा भक्ति। आप लोगों को ठीक 9:00 बजे विश्राम पर चले जाना है, आपको 5:00 बजे उठना है। अपनी नित्य की क्रियाओं से निवृत्त होकर 6:30 बजे से 7:30 तक यहाँ भगवान के अभिषेक-पूजन-शांतिधारा की प्रक्रिया को सामूहिक रूप से संपन्न करे। उसके बाद 15-20 मिनट में आपको जो कुछ खाना- पीना हो, कर लें। 8:00 बजे यहाँ से रथ यात्रा की शुरुआत हो। ८:०० बजे चलेंगे, १०:३० बजे तक वहाँ पहुँच जाएँगे। वहाँ पहुँचने के बाद आहार चर्या होगी और आप लोगों अपनी अन्य क्रियाएँ कर लें। २:०० बजे के पहले आप अपनी सारी क्रियाओं से निवृत्त हो जाएँ। 

आज बहुत भीड़ थी। जोश- जूनन अपने चरम पर था लेकिन कोई किसी की सुन नहीं रहा था। कल से थोड़ा अनुशासन में चलेंगे, आप एक पंक्ति में चलें तो लोग आपको देखेंगे जरूर। जो लोग रथ के साथ चलें वे पहिए के पास न चलें, पीछे ५-७ आदमी से ज़्यादा न चलें। volunteers (व्यवस्था कर्मी) जो भी बोलें, आप को निर्देश दें, आप उसका पालन करेंगे तो आपको आनन्द आएगा। 

रात्रि में ९:०० बजे के बाद मौन ले लेना है ताकि फालतू की गप्पें न हो, आराम से सोएं। आप लोगों के लिए सारी व्यवस्थाएँ ‘ए’ क्लास हैं। मौन इसलिए ताकि आप समय पर सो कर समय पर उठ सकें। एक दूसरे की थोड़ी बहुत सेवा-वैयावृत्ति भी कर लेना, यदि उसके निमित्त बोलना हो, तो उसकी छूट है। 

इस तरीके से आप लोग चलेंगे बहुत आनन्द आएगा। यह अपने जीवन के अविस्मरणीय दिन के रूप में करें। किसी तरह की चिन्ता न करें, एक दूसरे की देखरेख भी आप लोगों को ही करनी है बाकी अन्य चीजें इस कार्यक्रम के बाद में।

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