सहस्रकूट जिनालय से क्या तात्पर्य है?

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शंका

सहस्रकूट जिनालय से क्या तात्पर्य है?

समाधान

कूट का मतलब होता है चोटी या शिखर! होना तो यह चाहिए कि ऐसा मन्दिर जिसमें १००८ शिखर हो लेकिन वैसा देखने को नहीं मिलता। शास्त्रों में सहस्रकूट जिनालय का उल्लेख तो मिलता है परन्तु प्राचीन काल में इसका क्या स्वरूप था, ऐसा उल्लेख नहीं मिलता। वर्तमान में टीकमगढ़ के पास मानपुर में एक सहस्रकूट जिनालय है, जिसमें एक ही फलक पर १००८ जिन प्रतिमाएँ अंकित है। ऐसे ही कोनीजी में है; रहली, पटना में है; अन्य स्थानों में भी है, यह लगभग ५०० साल से लेकर १००० साल प्राचीन है।

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