भगवान के अतिशय का क्या अर्थ है?

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शंका

भगवान के बहुत सारे अतिशय होते हैं, उनका क्या मतलब होता है और वे क्या होते हैं?

अतिशय जैन, मुंबई

समाधान

भगवान के 34 अतिशय होते हैं। अतिशय का मतलब होता है- श्रेष्ठता, महत्ता, महिमा, अच्छाई को प्रगटाने वाले-हमारे जितने भी भगवान हैं उन सबके 34 अतिशय होते हैं जो यह बताते हैं कि भगवान से बड़ा कोई दूसरा नहीं है। लेकिन कई जगह मन्दिरों में अतिशय क्षेत्र लिखा जाता है और वहाँ अतिशय को किसी चमत्कार जोड़ दिया जाता है। किसी मन्दिर में कोई चमत्कार घट गया, कोई चमत्कारिक घटना घटी या प्रतिमा चमत्कारिक रूप से प्रकट हुई हो या उसके दर्शन पूजन वन्दन से किसी के जीवन में चमत्कार घट गया, उसे लोग अतिशय मानते हैं। मेरी धारणा यह है कि जिनके चरणों में जाने के बाद हमारे भाव में पवित्रता और निर्मलता आ जाए, समझ लो यही भगवान का सच्चा अतिशय है।

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