आँसू क्या हैं?

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शंका

आँसुओं का कोई भार नहीं होता परन्तु इनमें भावनाओं की मात्रा अपार होती है, ऐसा क्यों? ये आते क्यों हैं और इनका जीवन में क्या महत्व है?

समाधान

आँसुओं के सम्बन्ध में आज तक वैज्ञानिक कोई स्पष्ट बात नहीं बता पाए। जहाँ तक मुझे जानकारी है, ये हमारी भावनाओं की अभिव्यक्ति का एक रूप है। किसी को दुःख में आँसू आते हैं, किसी को खुशी में आँसू आते हैं, किसी को बात-बात में आँसू आ जाते हैं, कोई चुप हो जाता है। बच्चा जब जन्म के बाद रोता है तो उसको तो आँसू आता ही है। आंसू न आए तो कहते हैं ‘बच्चा नहीं रोया है उसके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं’। तो आंसू हमारी संवेदनाओं की अभिव्यक्ति का एक आधार है। इसके कारणों की पड़ताल अभी तक मेरे ख्याल से ठीक रूप से हो नहीं पाई है, यदि किसी को इसकी कोई ठोस जानकारी हो तो मुझ तक जरूर भेजें। 

आंसुओं का कोई भार नहीं होता, पर ये भी अनुभव सिद्ध सत्य है कि कई बार आँसू आ जाने से दिमाग का बोझ उतर जाता है, व्यक्ति निर्भार हो जाता है। तो आँसू हमारी संवेदना की अभिव्यक्ति का आधार है। 

आपने पूछा आँसू का महत्त्व क्या है? अगर बच्चा जन्म लेते हुए न रोए आप समझ लो वो बच्चा मानसिक और दिमागी रूप से अविकसित रहता है, ऐसा कहते हैं। अगर किसी के साथ कोई सदमा हो जाए, कोई घटना घट जाए और उस घड़ी उसकी आँखों में आँसू न आए तो ऐसा व्यक्ति कभी-कभी घोर अवसाद में पड़ जाता है इसलिए आँसू वो माध्यम है जो हमें हमारी भावनाओं को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है, भावनाओं की अभिव्यक्ति का आधार भी बनता है।

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