णमोकार मंत्र लिखित दुपट्टे से स्वागत उचित? घरों में टूटी भगवान की फ़ोटो का क्या करें?
जो भी इस तरह की चीजें होती हैं आज कल उन सबकी रीसाइक्लिंग होती है इसलिए उनकी रीसाइक्लिंग करने की कोशिश करनी चाहिए, और जहाँ तक दुपट्टे का सवाल है, दुपट्टे जैसी चीजों में णमोकार मंत्र लिखना मुझे उचित नहीं लगता। यदि णमोकार मंत्र से लिखे दुपट्टे हैं तो आप उसको लेने से मना कर दें। आप दूसरे तरीके के दुपट्टे से किसी का स्वागत करें; णमोकार मंत्र लिखे दुपट्टे से स्वागत करना शोभास्प्रद नहीं लगता है। कहीं कोई आयोजक इस तरह के दुपट्टे आपको ओढ़ाए तो विनम्रता से मना कर दो कि “भैया ऐसा पाप मुझसे मत कराओ, इससे अविनय होती है।”
मूर्तियाँ वगैरह मंदिर में न रखे, बहते जल में प्रवाहित करें, न ही कबाड़ी वगैरह को दें, पोस्टर को भी कबाड़ी में न दें। मैंने इसके बारे में कई बार बोला है कि हमारे ब्रह्मचारी भैया राकेश जी सागर में है वह इसकी पूरी व्यवस्थित तरीके से रीसाइक्लिंग कराते हैं, उनसे संपर्क करके बात करें।
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