शंका
मन्दिर जाने से पहले यदि महाराज जी के दर्शन हो जाएँ, तो क्या यह देव दर्शन कहलायेगा?
समाधान
मुनि- महाराज की मुद्रा जिन मुद्रा है, जिन मुद्रा को जिनबिम्ब के रूप में कहा गया है। मुनि महाराज के दर्शन से जिन दर्शन हो जाता है लेकिन मन्दिर के रास्ते में महाराज मिल गये तो अहो भाग्य समझ कर महाराज का भी दर्शन करना चाहिए और मन्दिर भी जाना चाहिए। मन्दिर सुलभ होते हुए भी मन्दिर के दर्शन नहीं करना प्रमाद का द्योतक है। इसलिए जब कभी भी आप मन्दिर जाएं और मुनियों के दर्शन मिलें, तो अपना अहो भाग्य समझकर मन्दिर के भी दर्शन करें। जहाँ मन्दिर सुलभ न हो, वहाँ मुनि महाराज के दर्शन करके भी आप काम चला सकते हैं।
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