मोबाइल में णमोकार मंत्र की रिंगटोन का प्रयोग कैसे करें?

150 150 admin
शंका

मोबाइल में णमोकार मंत्र की रिंगटोन का प्रयोग कैसे करें?

समाधान

उसका महादोष लगता है। रिंगटोन में जब भी आप णमोकार मन्त्र या कोई भी मांगलिक तत्त्व लगाएँ तो उसमें मांगलिकता देखें, न कि उसे रिंगटोन की तरह treat (स्वीकार) करें। 

यदि आपके मोबाइल की रिंगटोन में णमोकार है, तो स्वाभाविक है, इससे आपके जैन होने का पता लगता है, धार्मिक होने की पहचान बनती है और लोगों को अच्छी प्रेरणा मिलती है। परन्तु आपके फोन की घंटी बजे तो पूरी घंटी बजने दो, एक बार णमोकार मन्त्र पूरा सुनो, तब तक देखो नंबर किसका है, क्या है और फिर पूरी रिंगटोन सुनकर आप जब फोन उठाओगे, तय मानना, अमंगल टलेगा, ज़्यादातर अच्छे message (सन्देश) आएँगे, खराब मैसेज नहीं आएँगे। पर बीच में ही मन्त्र का गला घोट देना महापाप है, णमो अरिहंताणं से लेकर णमो लोए सव्वसाहूणं तक बजने दो और कदाचित जल्दी हो, तो णमो अरिहंताणं हुआ तो ‘अरि’ होने पर ‘अरि’ का गला मत घोटो, कम से कम णमो अरिहंताणं हो जाने दो। दूसरी बार णमो आ गया तो सिद्धाणं हो जाने दो, कम से कम मन्त्र पूर्ण पद के साथ रोको, बीच में नहीं। 

यह तभी सम्भव होगा जब आप के अन्दर ऐसी समझ होगी और ऐसी श्रद्धा होगी कि यह रिंगटोन नहीं, णमोकार महामंत्र है।

Share

Leave a Reply