शंका
ग्रहीत मिथ्यात्व से कैसे बचें?
समाधान
ग्रहीत मिथ्यात्व से बचने का एक ही उपाय है कि सच्चे देव-शास्त्र-गुरु के अलावा अन्य किसी की भी उपासना आराधना नहीं करें, इससे पूजा उपासना सम्बन्धित ग्रहीत मिथ्यात्व छूट जायेगा। दूसरी बात एकांतपोषक ग्रंथों का अध्ययन व एकान्तपोषक वक्ताओं के प्रवचन को न सुनें। सुनें तो इतनी गम्भीरता से सुनें कि आपको पता लगे कि इसमें क्या सही है और क्या गलत है? यदि आप किसी दुर्धारणा के शिकार बन जाते हैं और एकांत को पकड़ लेते हैं, किसी का उपदेश भी ग्रहीत मिथ्यात्व का पोषण करता है। इसलिए इन सब बातों से आप बचेंगे तो जीवन में ग्रहीत मिथ्यात्व से बच जायेंगे।
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