शंका
जिन अभिषेक के समय स्तवन पीठ पर कितने भगवान विराजित किए जा सकते हैं और यन्त्र जी को कैसे रखें?
समाधान
एक सिंहासन पर एक ही व्यक्ति बैठता है। सिंहासने जिन भवन्तं अहं श्रेयामि। सिंहासन में मैं भगवान को स्थापित करता हूँ। एक कुर्सी में तुम अकेले बैठते हो कि तीन-चार को बैठाते हो? तो खुद तो अकेले बैठते हो और चार-पांच भगवान को बैठा लोगे? कायदे से एक स्तवन पीठ पर एक ही जिनेन्द्र भगवान की स्थापना होनी चाहिए और यन्त्र को भगवान से टिका कर नहीं, अलग रखें।
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