शंका
ऐसा कहते हैं कि “चौरासी लाख योनियों के बाद मनुष्य जन्म मिलता है”, कर्म तो सबके अलग-अलग होते हैं तो फिर क्या सभी को फिर से चौरासी लाख योनियाँ मिलती है?
समाधान
यह अवधारणा ठीक नहीं है कि चौरासी लाख योनियों के बाद ही मनुष्य जन्म मिलता है। चौरासी लाख योनियों में मनुष्य योनि सबसे दुर्लभ है, ऐसा कहा जाता है।
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