शंका
आजकल जाप में चाँदी के लौंग चढ़ाते हैं और उन लौंग को लोग वापस घर ले जाते हैं। फिर दोबारा जाप में वही लौंग चढ़ाते हैं। यह क्या उचित है?
समाधान
जाप में लौंग चढ़ाया नहीं जाता, जाप में लौंग का उपयोग किया जाता है। अगर आपने लौंग को “अनर्घ्य पद प्राप्तये अर्घ्यम निर्वपामीति स्वाहा” बोल दिया, तो वह निर्माल्य हो गया। और जाप की गणना के लिए एक- एक लौंग को हाथ में लेकर आप जाप कर रहे हैं, तो वह मन्त्रित लौंग है और घर में रखना चाहिए, उसका प्रभाव पड़ेगा।
Leave a Reply