शंका
सौधर्म इन्द्र कितने होते हैं? अगर सौधर्म इन्द्र जैसा पुण्य कर ले तो वहाँ क्या दो सौधर्म इन्द्र नहीं बन सकते हैं?
समाधान
सौधर्म इन्द्र एक ही होता है। आपको ये चिन्ता हो गई कि ‘सौधर्म इन्द्र तो एक ही होता है और हम इतना गाढ़ा पुण्य कर लें कि सौधर्म इन्द्र बन जाएं, लेकिन वो सौधर्म इन्द्र जब तक खाली न करे तो हम कहाँ रहेंगे?’ अरे! इतना गाढ़ा पुण्य करो कि तुम्हारे निमित्त से वहाँ vacancy निकल आए। इसलिए चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। बहुत दुर्लभ है, अनेक जन्मों में भाव भाने वाले जीव सौधर्म इन्द्र बनते हैं और वे एक भव अवतारी होते हैं।
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