क्या सल्लेखना घर पर ली जा सकती है?

150 150 admin
शंका

क्या सल्लेखना घर पर ली जा सकती है?

समाधान

हमारे यहाँ जो विधान है, उस के अनुसार मुनियों के सानिध्य में या किसी विवेकी श्रावक-साधक के सानिध्य में सल्लेखना लेनी चाहिए। जहाँ तक बने मुनियों के पास लेना चाहिए और घर का त्याग करके सल्लेखना लेनी चाहिए। क्योंकि सल्लेखना के विषय में दिगम्बर परम्परा में जो मुख्य रूप से बात करी गई, उसको उन सारे सम्पर्क से दूर रखना चाहिए जो उसे बहिर्मुखी बनाते हैं; जिससे अन्तरमुखता बढ़े।

आपात स्थिति में, जैसे अचानक किसी की तबियत बिगड़ जाए और कोई सम्भावना नहीं दिखे, उस समय किसी के पास ले जाना संभव ना हो, और व्यक्ति के पास ऐसे लक्षण प्रकट हो जाए कि वह घंटे-२ घंटे से ज्यादा के मेहमान नहीं हैं, तब की बात अलग है। वैसे घर त्याग करके ही सल्लेखना लेना ही विधिसम्मत है।

Share

Leave a Reply