शंका
निमित्त और नियति में क्या अन्तर है?
समाधान
निमित्त और नियति दोनों अलग चीज हैं। किसी कार्य की उत्पत्ति में जो बाहरी कारण होता है उसे निमित्त बोलते हैं; और अन्तरंग कारण को अन्तरंग निमित्त या उपादान बोलते हैं। नियति का मतलब होनहार होता है। कोई भी कार्य होता है, तो उसमें कई तरह के पंच समवाय होते हैं। पंच समवाय में निमित्त भी है, होनहार भी है, भवितव्य भी है, काल-लब्धि भी है और अपनी उपादान-योग्यता भी है। पंच समवाय इन सब चीजों को मिलाकर के होता है। तो निमित्त अलग चीज है और नियति अलग।
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